तुलसी माला का उपयोग हिन्दू धर्म में बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। इसे विशेष रूप से मंत्र जाप, पूजा और ध्यान के दौरान प्रयोग किया जाता है। (Tulsi Mala Vrindavan) तुलसी माला का निर्माण तुलसी के पौधे से किया जाता है और यह माला भगवान श्रीराम, श्री कृष्ण और अन्य देवी-देवताओं के नाम का जाप करने के लिए उपयोग की जाती है। तुलसी माला के मोतियों की संख्या और उनका धार्मिक महत्व बहुत गहरा है।
आइए, जानते हैं तुलसी माला में कितने मोती होते हैं और इसका क्या महत्व है।
- तुलसी माला में कितने मोती होते हैं?
तुलसी माला में सामान्यतः- 108 मोती होते हैं। (Original Tulsi Mala 108 Beads) इसके अलावा एक विशेष मोती होता है जिसे गुरू मोती कहा जाता है। यह माला के अंत में होता है और इसे पार नहीं किया जाता है। यह मोती माला की शुरुआत और अंत का प्रतीक होता है और इसे पार न करने की परंपरा इसलिए है ताकि जाप में एक निरंतरता बनी रहे।
- 108 मोतियों का धार्मिक महत्व
हिन्दू धर्म में संख्या 108 को विशेष पवित्र माना जाता है। (Tulsi Kanthi Mala)इसे ब्रह्मांड के साथ जुड़ा हुआ माना जाता है। 108 मोतियों के जाप का शास्त्रों में बहुत महत्व है।
संख्या 108:- यह संख्या ब्रह्मांड के आकार और प्रकृति के बारे में कई धार्मिक कथाओं और गणनाओं से जुड़ी हुई है। 108 के अंदर 12 आदित्य (सूर्य), 9 ग्रह और 108 पंखुड़ियों वाला कमल शामिल है। (Tulsi Japa Mala Online Kaha Se Kharide) इसे मानसिक शांति आत्मा की उन्नति और सकारात्मक ऊर्जा से जोड़ा जाता है।
जाप के लाभ:- 108 मोतियों का जाप करने से व्यक्ति के मन और आत्मा को शांति मिलती है। इसके माध्यम से मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार होता है। (Tulsi Kanthi Mala Gold) यह व्यक्ति को ध्यान और साधना में भी मदद करता है।
- गुरू मोती का महत्व
तुलसी माला में एक विशेष मोती होता है जिसे गुरू मोती कहा जाता है। यह माला के अंत में होता है और इसे पार नहीं किया जाता। गुरू मोती माला की समाप्ति को संकेतित करता है। (Tulsi Mala Original) जब आप माला का जाप करते हैं और जब आप गुरू मोती के पास पहुँचते हैं तो माला को घुमा कर वापस उलटी दिशा से जाप किया जाता है। यह परंपरा जाप के दौरान निरंतरता और एकता बनाए रखने के लिए होती है।
- तुलसी माला और भक्ति
तुलसी माला का इस्तेमाल विशेष रूप से भगवान के मंत्रों के जाप में किया जाता है। इसे पूजा और ध्यान में भी इस्तेमाल किया जाता है। भगवान श्रीराम, श्री कृष्ण, गणेश, शिव, देवी दुर्गा और अन्य देवी-देवताओं के नामों का जाप तुलसी माला से किया जाता है। (Original Tulsi Mala Online Shopping) माला के 108 मोतियों से मंत्रों का जाप करते हुए व्यक्ति का मन शांत रहता है और वह भगवान के प्रति अपनी भक्ति को और प्रगाढ़ करता है।
- तुलसी माला के लाभ
तुलसी माला का जाप न केवल मानसिक शांति के लिए बल्कि कई और लाभों के लिए भी किया जाता है। (Original Tulsi Mala) यह आध्यात्मिक उन्नति और मानसिक संतुलन बनाए रखने में मदद करता है। इसके कुछ प्रमुख लाभ हैं..
मानसिक शांति और संतुलन:- तुलसी माला का नियमित जाप करने से व्यक्ति के मानसिक तनाव में कमी आती है और वह मानसिक शांति और संतुलन का अनुभव करता है।
आध्यात्मिक उन्नति:- तुलसी माला के जाप से व्यक्ति की आध्यात्मिक उन्नति होती है और वह आत्मा की सही दिशा में प्रगति करता है।
नकारात्मक ऊर्जा से सुरक्षा:- तुलसी को पवित्र और शुद्ध माना जाता है और इसका जाप नकारात्मक ऊर्जा से बचाव करने में मदद करता है।
- तुलसी माला की देखभाल
तुलसी माला की देखभाल भी बहुत महत्वपूर्ण होती है। इसे शुद्ध और साफ रखना चाहिए ताकि इसका प्रभाव सकारात्मक बना रहे। (3 Round Tulsi Mala Kaha Milti Hai) माला को गंदगी और नकारात्मक ऊर्जा से बचाना चाहिए। इसे हमेशा पवित्र स्थान पर रखना चाहिए ताकि इसका प्रभाव शक्तिशाली बना रहे।
निष्कर्ष:-
तुलसी माला में 108 मोती होते हैं और यह माला न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से बल्कि मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए भी बहुत लाभकारी है। (Tulsi Kanthi Mala Price) इसका जाप व्यक्ति को मानसिक शांति सकारात्मक ऊर्जा और आध्यात्मिक उन्नति प्रदान करता है। तुलसी माला का उपयोग साधना पूजा और ध्यान में किया जाता है और इसके साथ जुड़ी हुई परंपराएँ और मान्यताएँ इसे विशेष बनाती हैं।…